झाझा के बालिका उच्च विद्यालय में शिक्षक ने शर्मिंदगी की पार कर दी हद,छात्रा से किया बदसलूकी….बड़ी खबर
NATION NEWS DESK
जमुई जिले के झाझा का बालिका उच्च विद्यालय अब छात्राओं के लिए असुरक्षित बनता जा रहा है, जहां शिक्षक ही अपनी छात्रा के साथ बदसलूकी कर रहे हो उस विद्यालय की भला स्थिति क्या हो सकती है इसका अंदाजा आप खुद लगा सकते हैं।इतना ही नहीं जब इस बात के लिए प्राचार्य से संपर्क किया गया तो उन्होंने अपनी क्रूरता दिखाते हुए छात्रा की आवाज को दबाने की भरपूर कोशिश की।अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद झाझा के कार्यकर्ताओं के साथ अभिभावकों ने मिलकर नगर पंचायत झाझा अंतर्गत एकमात्र प्लस टू बालिका उच्च विद्यालय झाझा के प्राचार्य नितेन्द्र झा का घेराव कर प्राचार्य को जमकर फटकार लगाया।दरसअल
अभिभावक गोपाल प्रसाद बर्णवाल व नीरू कुमारी ने बताया कि पिछले दिन जब बच्चियां विद्यालय से घर आई तब वो काफी डरी हुई थी तथा सिसक सिसक कर रो रही थी।पूछे जाने पर बच्चियों ने बताया कि विद्यालय में भूगोल के शिक्षक अनिल सिंह जी के द्वारा वर्ग में ही पढ़ाने के क्रम में अभद्र व्यवहार(बेड टच) किया गया,सर के द्वारा अभद्र भाषा का भी प्रयोग किया जाता है जिससे हम लोग हमेशा इनके व्यवहार से सहमे हुए रहते हैं।जब किसी प्रकार की त्रुटि होती है तो अनिल सर के द्वारा कक्षा से बाहर निकाल कर दीवार पर नाक रगड़ने की सजा दी जाती है अगर हम ऐसा नहीं करते हैं तो उनके द्वारा जबरन नाक रगड़वाया जाता है।
विद्यालय में ऐसी कुकृत्यों को लेकर अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद ने खेद प्रकट किया है।अभाविप जमुई जिला संयोजक सूरज बर्णवाल ने कहा कि विद्यालय शिक्षा का मंदिर होता है।शिक्षा के मंदिर में इस प्रकार का मामला सामने आना बड़े शर्म की बात है।इस मामले को लेकर मैं जिला शिक्षा पदाधिकारी से मिलकर आवेदन सौपूंगा।
जिला एसएफडी प्रमुख रूपेश भारती ने कहा कि उक्त विषय को लेकर जब अभिभावकों के साथ विद्यालय प्राचार्य नितेन्द्र झा जी से मिला तो उनके व्यवहार एवं लाइब्रेरियन कुमारी स्मिता के द्वारा अभाविप कार्यकर्ता सह अभिभावकों से संतोषजनक व्यवहार नही किया गया।अगर छात्रनेताओं तथा अभिभावकों से इस प्रकार का व्यवहार किया जाएगा तो ना जाने बच्चों से कैसा व्यवहार किया जाएगा।
वहीं प्राचार्य नितेंद्र झा से सवाल किए जाने पर उन्होंने किसी भी प्रकार का स्पष्टीकरण देने से साफ मना कर दिया है और कहा कि इसमें विद्यालय प्रशासन की कोई गलती नहीं है विद्यालय प्रशासन ऐसा कर ही नहीं सकता इतना ही नहीं उन्होंने मामले में संज्ञान लेने की जगह आरोपित शिक्षक का पक्ष लेना शुरू कर दिया और छात्रा द्वारा लगाए गए आरोप को एक शब्द में निराधार बता दिया।
इन सभी विषयों को लेकर अभिभावकों के द्वारा जिला शिक्षा पदाधिकारी,जमुई, जिला अधिकारी, जमुई,आयुक्त मुंगेर एवं शिक्षा मंत्री बिहार सरकार पटना को ईमेल के माध्यम से इसकी सूचना दी जा चुकी है।
मौके पर नगर कार्यकारिणी सदस्य राज शाहिल,हरिनंदन प्रजापति, सुमन कुमार आदि उपस्थित थे।