झाझा में ECRKU ने मनाया चेतावनी दिवस,भारत सरकार के खिलाफ जमकर किया प्रदर्शन…यहां देखें
जमुई से राकेश कुमार की रिपोर्ट
भारत सरकार के द्वारा रेलवे की संपत्तियो को मौद्रिकरण के नाम पर निजी लोगो के हाथो मे सौंपने की योजना भारत सरकार के द्वारा किये जाने की नीति पर बुधवार को ईस्ट सेन्ट्रल रेलवे कर्मचारी यूनियन शाखा झाझा की ओर से पीडब्लूआई कार्यालय मे यूनियन के सदस्य एवं रेलकर्मीयो ने भारत सरकार के खिलाफ प्रदर्शन करते हुये चेतावनी दिवस मनाया।इस दौरान शाखा वन के सचिव राजेश कुमार सिन्हा,शाखा टू के सचिव भरत भूषण प्रसाद,अध्यक्ष संजय कुमार,सोरेन करकटा,राजीव कुमार रौशन,उपेंद्र कुमार,ललन वर्मा,मनिकांत,टीएस सिन्हा सहित दर्जनो की संख्या मे जुटे रेलकर्मियो ने भारत सरकार के खिलाफ नारेबाजी करते हुये नीति को वापस लेने की मांग किया।शाखा वन के सचिव ने कहा कि आज रेल को रेल की संपत्ति को किसी तरह से निजीकरण किया जा रहा है ।हमारा यह जो चेतावनी दिवस है इसके माध्यम से भारत सरकार को अपने मांगो को रखने का काम किया।आॅल इंडिया रेलवे फेडरेशन के आहवाहन पर चेतावनी दिवस मनाया यूनियन की ओर से मनाया जा रहा है इससे भारत सरकार को एक ही चीज कहना है कि अगर रेलवे को निजीकरण किया जाता है तो यूनियन इसे कभी बर्दास्त नही करेगा।आगे उन्होने कहा कि 90 गाड़ी,400 रेलवे स्टेशन,1400 किलोमीटर की पटरी,265 रेलवे गोदाम रेलवे स्टेडियम को भी निगमीकरण कर रही है।सरकार ने नीति बनाया कि 1.52 लाख करोड़ रू0 हासिल करना है इसके लिये सरकार रेलवे की हर संपत्ति को निजीकरण कर किया जा रहा।इससे बेरोजगारी बढ़ती जायेगी। रेलवे मे रिक्त पदो पर पूर्ण रूप से पांबदी लगा रहा है। अगर सरकार ने नीति मे सुधार नही करेगे तो हमलोग एकजुट होकर इस लड़ाई को लड़ेगे तभी सरकार को हमलोगो की मांगो पर ध्यान देगे।