झाझा की श्रेया बनी बेटियों के लिए मिसाल,समाजसेवी गौरव सिंह राठौर ने घर पहुंचकर दी बधाई….
जमुई से कुमार हर्ष की रिपोर्ट
जमुई के बेटे और बेटियां इन दिनों सफलता की सुर्खियां बने हुए हैं। बता दें कि एक और जहां UPSC से BPSC तक जमुई के छात्र छात्राओं ने देश में अमिट छाप छोड़ने का काम किया है तो वहीं जमुई के झाझा निवासी सूर्यकांत शर्मा की पुत्री श्रेया शर्मा ने NEET के मेडिकल में 173 वे रैंक के साथ झाझा वासियों को गौरवान्वित करने का काम किया है ।बता दें कि श्रेया शर्मा झाझा के खलासी मोहल्ला की निवासी हैं और झाझा के सर्डोंनिक्स स्कूल से 2019 के बैच की मैट्रिक टॉपर रही है। जिसके बाद उन्होंने ओमप्रकाश महाविद्यालय से बीएससी किया और उसके बाद आगामी तैयारियों के लिए वे कोटा चली गई। जिसके बाद नीट के मेडिकल परीक्षा में उन्हें 173 वे रैंक प्राप्त हुए हैं।इधर क्षेत्रवासियों में इस बात को लेकर खुशी की लहर दौड़ पड़ी।
झाझा की बेटी को शुभकामना देने पहुंचे समाजसेवी गौरव सिंह राठौड़ ने माता का आशीर्वाद भेंट कर उनके उज्जवल भविष्य की कामना करते हुए जमुई वासियों के लिए इसे प्रेरणा का विषय बताया है।उन्होंने कहा कि बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ को लेकर सरकार लगातार अभियान चला रही है परंतु हमारे समाज में अब भी कुरीतियां कायम है ऐसे में यह बेटियां हमारे समाज के उन कुरीतियों को उखाड़ फेंकने का काम करेगी जो समाज को नकारात्मकता का शिकार बना रहा है।
झाझा के सर्डोनिक्स स्कूल के निदेशक एम• अख्तर ने श्रेया शर्मा को ढेरों शुभकामनाएं भेंट करते हुए पूरे विद्यालय परिवार की ओर से उनके उज्जवल भविष्य की कामना की।निदेशक ने बताया कि श्रेया प्रारंभ से ही अपनी पढ़ाई को लेकर काफी गंभीर थी और अपने लक्ष्य के प्रति हमेशा एकाग्रता बनाए रखी थी और उसका परिणाम आज सामने है कि श्रेया ने आज पूरे झाझावासियों ही नहीं बल्कि विद्यालय परिवार और अपने परिवार का भी नाम रोशन करने का काम किया है।